सांता - रेडियो ले कर कहा जा रहे हो
बांता- खेत पर जा रहा हु लैटरिंग करने
सांता - आज तो मजे से करोंगे
बांता - हां , कुछ समय बाद बांता वापस आया
सांता - क्या हुआ मजा आया , नहीं यार नेशनल एंथम आ गया साला खड़े खड़े करना पड़ा.
इस ज़रा सी उम्र में तजुर्बे बोहोत से हो गए |
मिल गए कुछ लोग तो कुछ गैर बनके हो गए ||
और हो गया अहसास हमको वक़्त की उस बात का |
हारते हैं लोग जो मुश्किलों में थक कर सो गए ||
आज बड़े दिनों बाद मैंने किताब उठाया तो किताब ने बड़े व्यंग्यात्मक भाव
में बोला "JP तुम बड़े स्वार्थी हो इतने दिन बाद याद कर रहे हो वो भी जब तुम्हे जरुरत पड़ी" |
अब मै क्या बोलता ,मैंने कान पकड़ कर बोला माफ़ करना जी,मै स्वार्थी नही हु बस थोडा ब्यस्त हो गया था
" दो वक्त की रोजी रोटी कमाने में " ||
आज किसी के बातो ने ऐसे आहत किया है मुझे
जैसे किसी ने पत्थर से कॉच को तोड़ दिया हो |
आज तक जिसे समझता रहा मै अपनों का प्यार
उनकी एक बात ने तोड़ दिया मेरे सपनो का घर बार ||